Syria
गरीबी से मजबूर बाप को अपने जिगर के कलेजों को अस्पताल में जाना पड़ा छोड़कर
गरीबी से जूझ रहे सीरिया के एक व्यक्ति ने दमिश्क के एक अस्पताल में छोड़कर चला गया।
इस बात का पता ऐसे चला कि इन बच्चों के पास से एक सन्देश की पर्ची भी हासिल हुई है जिसमे लिखा हुआ था कि इन बच्चों का ख्याल रखना।
वेब न्युज़ अखबार 24 की रिपोर्ट के मुताबिक दमिश्क के एक अस्पताल के अंदर दो छोटे छोटे बच्चों को काफी देर से बैठा हुआ देखा गया।
यह बच्चे भूख प्यास के मारे काफी देर से रो रहे थे अस्पताल के मैनेजमेंट के द्वारा इन बच्चों से उनके मां बाप के बारे में पूछा गया
मगर वह कोई भी जवाब नहीं दे पाए अस्पताल के मैनेजमेंट के द्वारा बच्चों के पास से एक कागज बरामद किया गया
जब उन्होंने इसकी जांच की तो उस पर लिखा था कि बच्चे भूखे और प्यासे हैं
इन बच्चों का ख्याल रखना इसके साथ ही इसमें बच्चों के लिए लिखा गया था कि “बच्चों मुझे माफ करना।”
वहीँ एक महिला जो कि उस वक़्त अस्पताल में मौजूद थी बच्चों के बारे में पता लगते ही उनकी देखभाल करने के लिए
उन्हें घर ले गई इस हवाले से अखबार का कहना था कि इन बच्चों के मां-बाप ने बाद में बताया कि वह रिटायर फौजी हैं
फिलहाल गुजर बसर के लिए सफाई का सामान बनाने वाली फैक्ट्री में काम करते हैं।
उन्होंने आगे बताया कि उसका कोई स्थायी घर नही है और बीवी भी छोड़ कर जा चुकी है।
आमदनी इतनी नही है कि घर का खर्च ढंग से चलाया जा सके।
मेरे खुद के रहने का ठिकाना नही दिल पर पत्थर रख कर मजबूर होकर बच्चों को छोड़ कर जाना पड़ा।
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