यूनाइटेड अरब अमीरात में दुबई की अदालत के द्वारा 1 साल की छोटी सी बच्ची को हिंसा करने पर इल्ज़ाम के साबित हो जाने बाद घरेलू काम करने वाली एक भारतीय प्रवासी महिला को 1 महीने के लिए कैद की सजा सुनाई गई है
इसी के साथ उसे देश से बाहर निकालने का निर्देश भी जारी कर दिया गया।
अल अमीरात अल यौम की रिपोर्ट के मुताबिक बच्चे के पिता द्वारा अदालत में घरेलू नौकरानी को पर हिंसा करने का इल्जाम लगाया गया था और बच्ची के पिता ने सबूत के तौर पर अपने घर में लगाए गए कैमरे की फुटेज को अदालत में पेश किया था।
जिससे यह साबित हो गया था कि घरेलू कर्मचारी महिला बच्चे के साथ बुरा व्यवहार किया करती थी।
पब्लिक प्रॉसिक्यूशन के द्वारा घर में काम करने वाली भारतीय प्रवासी महिला को ऐसा बुरा काम करने के इल्ज़ाम में अदालत के हवाले कर दिया गया महिला को कानून 2016 के तहत कड़ी सजा देने की मांग की गई थी।
खाड़ी बच्ची का पिता के द्वारा अदालत को यह बताया गया था कि घर में काम करने वाली नौकरानी ने दो बार बच्ची के सर पर अपनी पूरी ताकत के साथ मुक्का मारा था,
नौकरानी को सीसी कैमरे के जरिए से मा’रते हुए देखा गया था।
नौकरानी के ऊपर जब यह सारे इल्जाम लगाए गए तो उसने हर बात से इंकार कर दिया और कहा कि उसने बच्चे को किसी भी तरह का कोई ज़ुल्म नहीं किया है बल्कि वह उसे अपनी गोद में लिटा कर इसके बाज़ू को थपथपा रही थी
उसे सुलाने के लिए कोशिश कर रही थी। नौकरानी ने कहा कि उसका कभी भी इरादा बच्ची को नुकसान पहुंचाना या उस पर ज़ुल्म करना नहीं था।