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अंतरिक्ष में रोजा की पाबंदी किस तरह करेंगे अमीरात के मुस्लिम अंतरिक्ष यात्री
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यूनाइटेड अरब अमीरात के अंतरिक्ष यात्री जिनका नाम सुल्तान अल नियादी ने बयान जारी करते हुए बताया कि वह अपने अंतरिक्ष मिशन के दौरान रमजान के रोजे रखने की पाबंदी से विपरीत परिस्थितियों में रहेंगे।
खबरों की माने तो अंतरिक्ष यात्री 41 साल के सुल्तान यूनाइटेड अरब अमीरात के पहले अंतरिक्ष यात्री होंगे जो कि 6 महीने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन में गुजारने वाले हैं। वह अगले महीने स्पेसएक्स फॉल्कन 9 रॉकेट के जरिए से अंतरिक्ष स्टेशन को रवाना होने वाले हैं।
सुल्तान नासा के स्टीफ़ेन बोइन, वार्न ह्यूबर्ग, और रूस के आंद्रे फ़्यूडे 26 फरवरी को अपने मिशन पर जाएंगे जिसको स्पेस ड्रैगन क्रू सिक्स का नाम दिया गया है।
सुल्तान से प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूछा गया कि वह आने वाले रमजान में रोजा किस तरह से रख पाएंगे तो इस संबंध में उनका जवाब था कि क्योंकि रोजा सूरज के उगने से पहले से लेकर सूरज के डूबने तक के लिए होता है। और उनके हालात इसके बिलकुल ही विपरीत होंगे।
उन्होंने कहा कि मैं यात्रा की स्थिति में हूंगा जिनके लिए रोजे में सहूलियत दी गई है कि वह ऐसी परिस्थिति में रोजा छोड़ सकते हैं। यात्रियों पर रोजा की पाबंदी अनिवार्य नहीं होती है। सुल्तान का कहना था कि रोजा इस स्थिति में भी छोड़ा जा सकता है कि जब आपका स्वास्थ्य ठीक ना हो।
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