राजनेता अम्मार हैदर जो कि बशर असद शासन के द्वारा 2009 में कैद हुए थे, अब पूरे 12 साल के बाद तुर्की के महानगर इस्तांबुल में अपने बेटे मारवा हैदर के साथ दोबारा मुलाकात की है
सीरिया के हामा इलाके में पैदा होने वाले अम्मार हैदर ने अपने जवानी के दिन ऐसे ही असद परिवार का और उनके अलोकतांत्रिक प्रथाओं के वजह से उनका विरोध किया था।
1980 दशक की शुरुआत में अपनी राजनीतिक गतिविधियों की शुरुआत करने वाले अम्मार हैदर को उनके विरोधी गतिविधियों की वजह से कई बार कैद की सजा सुनाई जा चुकी है साल 2009 में 2 साल के लिए उनको कैद की सजा सुनाई गई थी।
उसके बाद अम्मार हैदर ने अपनी बेटी और पत्नी को जॉर्डन भेज दिया था।
2011 में सीरिया के गृह युद्ध की शुरुआत हुई थी इसके बाद जब वह रिहा हुए थे,
उस के बाद अम्मार अपने परिवार के पास वापस नहीं गए बल्कि इसके बजाय उन्होंने सीरिया में ही रहकर दूसरे विरोधियों के साथ असद शासन के साथ लड़ने का फैसला कर लिया था और साल 2014 तक अपने संघर्षों को जारी रखा।
साल 2014 में उन्हें एक बार फिर से गिरफ्तार किया गया था कुछ वक्त तक उन्होंने जेल की सजा काटी थी और फिर बाद में साल 2015 में वह तुर्की चले गए थे
क्योंकि जॉर्डन में राजनीतिक शरणार्थियों को स्वीकार नहीं किया गया था उनकी बेटी मारवा जो कि अब 28 साल की हो चुकी है
उस वक़्त वह क़रीब 16 साल की रही होगी, उसे अपनी मां के साथ जॉर्डन जाना पड़ा।