इराक की महिला नूरुल जनाबे ने पहली महिला कारपेंटर होने का सम्मान अपने नाम कर लिया है इराक में अब तक यह क्षेत्र मर्दों के लिए ही आवंटित होना माना जाता था।
अल अमीरात अल यौम अखबार की खबरों के मुताबिक नूरुल जनाबे को लकड़ी के कामों से प्रारंभ से ही बेहद दिलचस्पी रही है और यह दिलचस्पी बढ़ते बढ़ते हैं एक प्रोफेशन में बदल चुकी है अब वह लकड़ी के बेहद खूबसूरत कलाकृतियां और नमूना तैयार करने लगी हैं। अपने इस बेहतरीन हुनर की वजह से वह दूर-दूर तक जानी जाने लगी हैं।
उन्होंने बेहद फ़ख्र भरे अंदाज में कहा कि कौन है जो यह दावा कर सकता है कि फला काम को महिलाएं नहीं कर सकती हैं हमारे यहां इराक में माना जाता था कि कोई महिला कारपेंटर नहीं बन सकती है लेकिन मैंने इस बात को बिल्कुल गलत साबित करके रख दिया है।
उन्होंने इस संबंध में आगे कहा कि कार्पेंटिंग से मुझे शुरु से ही दिलचस्पी रही है अपने पैसे और घरदारी की जिम्मेदारियों के संबंध से सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने बताया कि वह शादीशुदा हैं और उनके तीन बच्चे भी हैं।
सबसे बड़ा बेटा उनका 13 साल का है और उनका सबसे छोटा बेटा अभी 6 साल का है घर के सभी कामों को अंजाम देने के साथ-साथ वह अपने बच्चों की अच्छी तरह से देखभाल भी करती हैं और साथ ही साथ वर्कशॉप भी चलाती हैं उनका कहना है कि उनके काम में निखार ग्राहकों की वजह से आ गया है।
क्योंकि वह अपने ग्राहकों को उनकी बातों को बहुत अच्छे से सुनति हैं और उनकी पसंद को सामने रखकर चीजों को तैयार करती हैं।