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दुनिया भर के डॉक्टरों ने माना की जड़ी बूटी खाने वाली सऊदी की ऊंटनी का दूध ,हिन्दुओ के अमृत से कम नहीं
बादशाह अब्दुलअजीज इंटरनेशनल कैमल कॉन्फ्रेंस की पहली बैठक रविवार को रियाद में आयोजित की गई जिसमें भागीदारीयों के द्वारा ऊंटनी के दूध और इसे तैयार की जाने वाली सामग्री के लाभ को आधुनिक चिकित्सीय बिंदुओं के तौर पर साबित किया गया है।
सऊदी अरब की न्यूज़ एजेंसी एसपीए की रिपोर्ट के मुताबिक इस कॉन्फ्रेंस में पाकिस्तान से संबंध रखने वाले डॉक्टर अब्दुल रज्जाक सऊदी अरब से संबंध रखने वाले डॉक्टर अल सबी अमेरिका से संबंध रखने वाले क्रिस्टिना और सूडान से संबंध रखने वाले डॉक्टर मोहम्मद ओहाज ने इस वार्तालाप में हिस्सा लिया।
कांफ्रेंस के भागीदारों के द्वारा बताया गया कि ऊंटनी के दूध से उत्पादों को तैयार करने का प्रोजेक्ट शुरू किया जाए जो कि प्रभावी होगा यह साबित की गई बात है कि ऊंटनी का दूध बहुत सारी खूबियों से जुड़ा हुआ है।
डॉक्टर सनद ने बताया कि ऊंटनी का दूध बेहद लाभकारी होता है जो कि रेगिस्तान में रहने वाले लोगों के स्वास्थ्य और उनकी जिंदगी को ताकतवर बनाने का राज होता है इसमें बहुत सारी बीमारियों का इलाज छुपा होता है मानव शरीर में विटामिन सी की कमी को दूर कर देता है।
रेगिस्तान में रहने वाले ऊंट रेगिस्तान में पाई जाने वाली खास तरह की जड़ी बूटियों और पेड़ पौधों को खाते हैं जिनका लाभ इन के दूध के जरिए से लोगों को हासिल होता है इस वजह से इनका दूध पीने वाले बच्चों और बड़ों को यह कई बीमारियों से बचाता है।
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