पाकिस्तान में सराकर भंग होने की दशा में लोगो के द्वारा तरह तरह के कमेंट आना स्टार्ट होगया है वही अलग अलग पार्टी अपनी सरकार बनाने का दवा ठोक रही है वही इस बिच
डिप्टी स्पीकर द्वारा विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को खारिज किए जाने के बाद राष्ट्रपति आरिफ अली ने विधानसभा भंग कर दिया है और सरकार नए चुनावों की तैयारी में जुट गयी है
लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट का रुख कर चुका है और जाहिर तौर पर तत्काल चुनाव के बजाय कुछ सुधारों के बाद तीन से छह महीने के बाद चुनाव की मांग कर रहा है
उर्दू न्यूज के अनुसार सरकार की मर्जी के मुताबिक देश में तत्काल चुनाव होने पर देश की प्रमुख पार्टियों में से कौन सी पार्टी को ज्यादा फायदा होगा.और किस की सरकार बनने के आशंका जयदा है
प्रधानमंत्री इमरान खान ने भी हाल के पत्रकारों से बात चित में कहा है कि उनकी पार्टी का बयान इस समय लोगों के बीच लोकप्रिय है इसलिए वह तत्काल चुनाव चाहते हैं। उन्होंने विपक्षी दलों पर जनता के दरबार में जाने से डरने का आरोप लगाया।
जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम
विपक्षी इत्तेहाद-ए-पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मोमेंट (पीडीएम) का नेतृत्व वर्तमान में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान कर रहे हैं, जो पार्टी के मीडिया और मुख्यधारा की राष्ट्रीय राजनीति का केंद्र बिंदु रहा है।
पीएमएल-एन अपने पिछले प्रदर्शन को लेकर पूरी तरह निश्चिंत है
संसद में पाकिस्तान की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी पीएमएल-एन पिछले कई महीनों से तत्काल चुनाव कराने की मांग कर रही है और पार्टी के गढ़ पंजाब में पीटीआई के कमजोर शासन के चलते उसे यहां बड़ी जीत की उम्मीद थी.