मिस्र के अध्यक्ष अनवर सादात को अक्टूबर 1980 में उस वक्त गोली मार दी गई थी जबकि राजधानी काहिरा में विजय दिवस का आयोजन हो रहा था इस मौके पर फौजी परेड की समीक्षा ली जा रही थी।
अरब न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक अनवर सादात के जिस्म को गोलियों के साथ भून डाला गया था
उन्हें तत्काल तौर पर मिलिट्री अस्पताल पहुंचाया गया था लेकिन बुरी तरह से जख्मी हो जाने की वजह से और पूरा शरीर छलनी हो जाने से उन्हें अस्पताल तो ले जाया गया लेकिन गहरे सदमे में और उनकी छाती अंदरूनी तौर पर घायल हो गई थी जिसकी वजह से खूब सारा खून बह निकला था
इसलिए उनकी जान नहीं बचाई जा सकती इस हमले के 2 घंटे के बाद दोपहर के 2:40 पर उनको मुर्दा पाया गया था।
मौत से 2 साल पहले अनवर सादात में इस्राएल के साथ अमन महादेव प्रदर्शित किया था और वह इस्राइल के साथ अमन स्थापित करने वाले पहले अरब के नेता थे
इस फैसले के साथ मिस्र के लोगों की बड़ी तादाद नाराज हो गई थी जिसके नतीजे में राष्ट्रपति अनवर सादात के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया गया था। लेकिन अनवर सादात के कत्ल के मौके पर उनकी गैर मौजूदगी में भी चर्चा जारी रही है। सन 1982 में मिस्र और इजरायल के बीच बाकायदा संबंध स्थापित हुए हैं।