सऊदी अरब में न्याय मंत्रालय के द्वारा बताया गया है कि तराजी पोर्टल के जरिए से एक लाख सुलहनामा जारी किया गया है।
न्याय मंत्रालय मुकदमे को बाकायदा अदालत की कार्रवाई से पहले अदालती मामले से पहले सुलाह के लिए एक प्रक्रिया को शुरू कर रहा है।
पार्टियों में से किसी एक को अदालत में नहीं आना पड़ता है। बल्कि सभी काम अल तराज़ी पोर्टल के जरिए से किया जाता है। सरकारी न्यूज़ एजेंसी एसपीए कि रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय के द्वारा बताया गया है कि एक लाख सुलहनामा 503 जजों के द्वारा तय कराया गया है।
इन जजों को सुलाह कर्ता कहा जाता है। इससे 15 लाख से ज्यादा लोगों को फायदा पहुंचाया गया है। सुलहनामा के लिए पांच लाख से ज्यादा ऑनलाइन सुनवाई की गई है।
न्याय मंत्रालय के द्वारा बताया गया है कि अल तराजी पोर्टल से जारी किए गए सुलहनामा सरकारी अदालत के दस्तावेजों की हैसियत रखते हैं। उल्लंघन की स्थिति में एग्जीक्यूटिव अदालत के सिस्टम के जरिए से अमल कराते हैं।
इस कार्रवाई के बाद ऑनलाइन सुलाह सुनवाई की तारीख के पैगाम पक्षों को जारी किया जाता है। सुलाह केंद्र के जरिए से निर्धारित मामले की छानबीन की जाती है। इसके बाद संबंधित पक्षों से सुलाह नामे को जारी करने की मंजूरी तराज़ी पोर्टल के जरिए से हासिल की जाती है।