हरम शरीफ के सामने वाले हिस्से का डिजाइन आधुनिक और इस्लामी शैली के हिसाब से बेहद सुंदर तरीके से बनाया गया है। यहां पर जिस भी जगह पर नजर पड़ती है वहां महारत के निशान मिलते हैं।
इस हवाले से हरम शरीफ में एक बुजुर्ग द्वारा अपने ख्यालों को जाहिर करते हुए बताया गया कि बाहरी नक्शे का ज़र्द रंग बेहद खूबसूरत नजर आता है इसके अलावा अगर मस्जिद शरीफ की बाहरी दीवारों पर खूबसूरत नक्काशी की कला और विभिन्न रंगों का जायजा लिया जाए तो यह सब कुछ दिल को छू लेने के काबिल है।
मस्जिद अल हराम की मिट्टी और ईटों को अपने चारों तरफ लपेटे हुए खुदा के बन्दों का स्वागत करती है जबकि सुनहरे और हरे रंग इस तरह से आपस में मिल रहे होते हैं जैसे कि मानो यह आपस में काबा शरीफ को ज्यादा से ज्यादा देख सकने का मुकाबला कर रहे हैं।
अगर ऐतिहासिक तौर पर जायजा लिया जाए तो हमें उस जमाने में बनाई गई ऐसा शाहकार कहीं नहीं मिलेगा जो कि यकीनी तौर पर अपने आप में बहुत बड़ी मिसाल है दुनिया भर में पवित्र स्थलों के हवाले से सिर्फ मस्जिद अल हराम में हीं हमें इतना बड़ा तवज्जो का केंद्र नज़र आता है कि जिसके लिए हम इसे बनाने वाले को तहे दिल से शुक्रिया अदा करते हैं।