रमजान का इंतजार तो हर एक मुस्लिम भाई को रहता है किन्तु सबसे जयदा तो बच्चो को रहता है क्युकी नए कपडे खाने को सेवई घूमने को मिलता है वही अब्बू अम्मी सभी त्योहारी के रुओ में पैसे भी देते है बाईट २ सालो से रमजान उस चमक से के साथ नहीं मनाई जा सकी है जैसे मनाए जाती आयी थी
वजह आप सबको पता है वो है को रोना यदि ईद के दिन मुस्लिम बच्चों के लिए केवल ईद की नमाज के लिए स्थानीय मस्जिद की यात्रा, कुछ अतिरिक्त भोजन और अपने चाचा के घर की त्वरित यात्रा का अंतर है, तो इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि वे इस खूबसूरत से अधिक से अधिक अलग होते जा रहे हैं। परंपरा।
अगर आप भी अपने बच्चो को इस रमजान देना चाहते है धरे सा प्यार और स्नेह तो ये ७ बातो को जरूर ,माने
घर को सजाएं और रंग-बिरंगे ‘ईद मुबारक’ के निशान और गुब्बारे लगाएं।
बच्चों के लिए ढेर सारे उपहार खरीदें और उन्हें सरप्राइज दें।
बच्चों को मस्जिद ले जाने से पहले सिखाएं कि हम ईद क्यों मनाते हैं।
ईद की नमाज के बाद गुडी बैग दें और उन्हें घर ले जाने से पहले सामुदायिक भावना का गवाह बनाएं।
स्वादिष्ट स्नैक्स और व्यंजन तैयार करें जिन्हें आप आम तौर पर पूरे साल नहीं पकाते।
उनके चचेरे भाइयों आदि के साथ खेलने के लिए पास-द-पार्सल और ‘नाशीद कुर्सियों’ जैसे पार्टी खेलों की व्यवस्था करें।
उन्हें केवल रिश्तेदारों से मिलने (जो अभी भी बहुत महत्वपूर्ण है) के बजाय खुद का आनंद लेने दें और उनके साथ कुछ अलग योजना बनाएं।