तेल पैदा करने वाले देश ओपेक प्लस में अगस्त के महीने के लिए कच्चे तेल की पैदावार को बढ़ाने के हवाले से सहमति नहीं हो सकी।
न्यूज़ एजेंसी एफपी की रिपोर्ट के मुताबिक ओपेक प्लस के सदस्यों का तेल की पैदावार में बढ़ोतरी और बढ़ती हुई
कीमतों को नियंत्रण में करने के हवाले से गुरुवार के दिन होने वाली बैठक में अपनी सहमत राय नहीं हो सकने की वजह से इसके बाद बैठक को शुक्रवार के दिन किया गया।
उम्मीद थी कि ओपेक प्लस के 13 सदस्यि देशों और उनके इत्तेहादी बैठक में जुलाई के बाद भी कच्चे तेल की पैदावार में बहुत साधारण सी बढोत्तरी को जारी रखने का फैसला किया गया है।
ख्याल रहे कि ओपेक प्लस के द्वारा कच्चे तेल की पैदावार में उस वक़्त कमी कर दी गई थी।
जब कोरोना की वजह से माँग में कमी होने की वजह से कीमतें काफी हद तक पर प्रभवी हुई थी और यह कीमतें घट गई थीं।
वर्तमान समय मे तेल की कीमत में लगातार उतार चढ़ाव देखे जा रहे हैं अधिकतर तेल की कीमतें बढ़ती हुई सामने आती है।
इस हफ्ते तेल की कीमत अकटुबर 2018 की सतह पर आ गयी है।
सऊदी अरब के नेतृत्व में ओपेक प्लस के सदस्यों के द्वारा गुरुवार के दिन टेलीफोनिक कॉन्फ्रेंस के ज़रिए से आपस मे सलाह मशवरा किया गया था।