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बाढ़ आने से दुब गयी थी मस्जिद फिर भी रोज जाते थे इमाम साहेब मस्जिद ,इस्लमा पर ईमान लाना आसान नहीं
ऐसे तो हमने कई लोगो को देखा है जो खुद को अल्लाह के बाशिंदे बताते मगर अल्लाह पर ईमान लाना और उसकी हर चुनोती को डट का सामना करना सबके बस की बात नहीं हम बात कर रहे है बांग्लादेश के सथकिरा क्षेत्र में एक युवा इमाम की जो पिछले काफी समय से तैर कर एक मस्जिद में जाते है वो भी सिर्फ इसलिए की कही वो मस्जिद बिना इबादत के खाली ना रहे है और किसी भी तरह से उसमे इबादत जारी रहे है नमाज़ होती रहे।
उस मस्जिद के इमाम का नाम हाफिज मोइनुल इस्लाम है जिन्होंने ये बताया की मस्जिद में बाढ़ आगई थी जिसके बाद उस तक पहुंचने का कोई दूसरा रास्ता नहीं था और यह पहुंच से बाहर हो गया था जिसके चलते वह इबादत भी नहीं हो पा रही थी। इसके वजह से वह रोज तैर कर आते थे लंदन स्थित एक वेबसाइट IlmFeed.com ने कहा है कि इमाम हाफिज मोइनुल इस्लाम के आने तक मस्जिद पहुंच से बाहर हो गई थी
उन्होंने वेबसाइट को बताया कि उन्हें चिंता है कि मस्जिद बिना इबादत के रह जाएगी और ये ठीक नहीं है युवा इमाम, कथित तौर पर नाव से मस्जिद जाते हैं और नाव उपलब्ध न होने पर तैरते हैं। उन्होंने कहा है कि वह यह सुनिश्चित करने के लिए ऐसा कर रहे हैं कि नमाज़, अज़ान और इबादत जारी रहे।
इमाम हाफिज मोइनुल इस्लाम ने ilmfeed.com को बताया कि मस्जिद में पानी भर गया था और वह तब से ऐसा कर रहा है। इमाम ने टिप्पणी की, “चूंकि यह एक मस्जिद है, इसलिए मैं इसे छोड़ नहीं सकता, इसलिए आज तक अज़ान दी और नमाज़ अदा की”
इल्मफीड इस न्यूज़ को पिछले साल कवर किया था इस तरह के लोगो के जज़्बे को सलाम जो इस्लाम के लिए किसी भी हद तक जा सकते है
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