उस्मान अल शाहीन हाथियों के ऐतिहासिक रास्ते से गुजरते हुए मक्का मुकर्रमा तक पहुंचेंगे। यह खबर जब आसपास के इलाके में फैल गई तो यहाँ के लोगों को इस बारे में जानने की काफी उत्सुकता हुई सऊदी अरब के स्थानीय मीडिया चैनल अल अख़बरिया ने इस व्यक्ति का इंटरव्यू लेकर व्यक्ति से इस बारे में अधिक जानकारी हासिल करने के बारे में सोचा।
व्यक्ति ने अल अख़बरिया चैनल के साथ बात करते हुए उन लोगों को बताया कि ऊंट पर यात्रा करके हज का प्रोग्राम उसे अंदर से काफी जोश जगा रहा है और उसने इस जज्बे के साथ यह प्रोग्राम बनाया है
कि पुराने जमाने में उसके बाप दादा इसी तरह से ऊंट पर बैठकर हज की यात्रा के लिए निकलते थे और वह भी कुछ ऐसा ही करना चाहता था।
वह अपने देश की पुरानी परम्परा को दोवारा से ताज़ा करना चाहता था। व्यक्ति उन यादों को फिर से ज़िन्दा करना चाहते थे। उसने बताया कि हाथी रास्ता यहाँ के सबसे पुराने रास्तों में से एक है और इसीलिए उसने इस रास्ते का चुनाव किया है। पहले ज़माने में हर कोई ययस रास्ते से गुजरते हुए हज के लिए रवाना होता था।
यहाँ तक कि ऊंट पर सवारी करते वक़्त उसने प्राचीन समय के लिबास को पहना ताकी लोगो को पता चल सके की मैं शहर का नागरिक नही बल्कि रेगिस्तान निवासी हूँ।