Saudi Arab
अतीत में खजूरों को सुरक्षित करने की प्रक्रिया क्या थी ?
पुराने जमाने में खजूर को सुरक्षित करने की वह सुविधा उपलब्ध नहीं थी जो कि इन दिनों कोल्ड स्टोरेज के तौर पर मौजूद है अल उला के नागरिक नागरिक और अल्शिन के ज़रिए से सालों सालों तक खजूरों को सुरक्षित कर लिया करते थे और उनके मानकों को बरकरार भी रखते हैं।
सऊदी अरब की कश्ती है रिपोर्ट के मुताबिक अलुला रॉयल कमीशन के द्वारा खजूरों को सुरक्षित करने से संबंधित पूर्वजों के तरीके को पुनर्जीवित किया है उसे अलउला के इतिहास और संस्कृति के अटूट हिस्से के तौर पर पेश कराया जा रहा है।
अल उला के नागरिक अब्दुल रहमान सालेह जो कि रेगिस्तान से गहरी दिलचस्पी रखते हैं बताया कि अलशिना और अल अल मजलाद बकरी या भेड़ की खाल से तैयार की जाती थी खजूरों को पेड़ों से उतारते ही उन्हें अलसीना और अल मजलाद में सुरक्षित कर दिया जाता था।
उन्होंने इस बात की तरफ ध्यान केंद्रित कराया कि खजूरों को इकट्ठा करने से पहले उन्हें साफ किया जाता था उन पर पानी छिड़क जाता था और तेज़ गर्मी की स्थिति में उन्हें अलसीना और अल मजलाद के अंदर भर कर सिल दिया जाता था।
उन्होंने बताया कि अरब द्वीप में यह प्रक्रिया पुराने जमाने से चली आ रही है उस वक्त अरब की वास्तविक गिज़ा खजूर हुआ करती थी अब तक यह रिवाज सीमित पैमाने पर अल उला के इलाके में चली आ रही है।
You may like
-
ईरान: अगर हिजाब उतारा तो सरकार कमजोर हो जाएगी
-
सऊदी अरब में कम्पनी के मालिक किसी भी कर्मचारी से 5 घंटे से अधिक काम नही करा सकते है
-
नताकात एडवांस कार्यक्रम का ऐलान, निकली 3 लाख 40 हज़ार नई नौकरियां
-
सऊदी डिजाइन फेस्टिवल पहुंचा वैश्विक स्तर पर, इसे और आगे बढ़ाने की योजना
-
मिस्र प्राचीन विश्वविद्यालय: कुरान के अपमान पर डच और स्वीडन के उत्पादों का करें बायकॉट
-
अंतरिक्ष में रोजा की पाबंदी किस तरह करेंगे अमीरात के मुस्लिम अंतरिक्ष यात्री