सऊदी अरब में सभी पुरानी मस्जिदों को बहाल करने के लिए अमीर मोहम्मद बिन सलमान परियोजना का दूसरा चरण शुरू हो चुका है
दूसरे चरण में अल-जौफ क्षेत्र में अल-सैदान मस्जिद और अल-फवी मस्जिद भी आधुनिक तर्ज पर बनाई जाएगी।
वही सऊदी समाचार एजेंसी एसपीए के रिपोर्ट के अनुसार दो पुरानी ऐतिहासिक मस्जिदों का पुनरुद्धार प्राचीन वास्तुकला, पर्यावरण के पारंपरिक नियमों और उन्हें मौसम के खतरों से बचाने के उपायों उन्हें सुरक्षित भी किया जायेगा
आपको बता दे की मस्जिद अल-सईदान दुमता अल-जंदल के अल-रहिबैन पड़ोस में स्थित है। इसे 1223 ईस्वी में 620 एएच के अनुसार बनाया गया था।
इस मस्जिद की एक खास बात यह भी है कि यहां जुमे की नमाज अदा की गई है।और उन्हें अल-जॉफ क्षेत्र के न्यायाधीश होने का सम्मान भी प्राप्त है। यहां विभिन्न पक्षों के मामलों का सुनवाई के बाद निस्तारण किया गया।
सऊदी राज्य के शुरुआती दौर में अताउल्लाह अल-सैदान यहां नेतृत्व करते थे और वह मामलों की सुनवाई करते थे और अदालत के फैसले सुनाते थे। उन्हें राज्य के संस्थापक शाह अब्द अल-अज़ीज़ द्वारा नियुक्त किया गया था।
मस्जिद अल-सैदान अपने मदरसा अल-कुरान के लिए भी जाना जाता था। ज़ोहर से पहले और फिर असर से मग़रिब तक पवित्र कुरान को पढ़ाने और याद करने के लिए कक्षाएं होती थीं।