ऊर्जा क्षेत्र से जुड़े एक सीनियर पर्यवेक्षक कहना है कि ओपेक और ऊर्जा के पूरे उद्योग को सऊदी अरब का शुक्रगुजार होना चाहिए कि पिछले साल तेल की कीमतों को नकारात्मक सीमा से निकाला गया था।
उनका कहना है कि सऊदी के हवाले तेल मार्किट हो जाने से उसमें और भी बहुत सारे सुधार हो जाएंगे।
अरब न्यूज़ ने इस बारे में खुलासा करते हुए बताया कि मेज़ुहू स्किवर्टीज़ के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर रॉबर्ट यागर ने ब्लूमबर्ग टेलिविजन के साथ इंटरव्यू देते हुए कहा
कि सऊदी अरब की जितनी भी प्रशंसा की जाए वह कम है उन्होंने कहा कि कोरोना महामारी के संकट के दौरान सऊदी ने तेल के उत्पादन के प्रोग्राम को बेहतरीन तरीके से संभाला है जो कि काबिले तारीफ है।
इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ जब पिछले साल कच्चे तेल की कीमत नकारात्मक में चली गई थी, जब कोरोना वायरस की महामारी की वजह से दुनिया भर में लॉकडाउन लग गया था।
रॉबर्ट यागर ने कहा कि यह एक ऐसा मौका था जिस की कोई मिसाल नहीं मिलती है इसकी वजह से पूरी इंडस्ट्री खौफ़ में आ चुकी थी। उन्होंने कहा कि यह सब सऊदिया की ही बेहतरीन रणनीति थी जिसके बदौलत इस तरह की ख़राब स्थिति से बेहतरी की तरफ आने में सफलता मिल सकी है।