सऊदी अरब के रेड सी डेवलपमेंट कंपनी के द्वारा मंगलवार को सऊदी अरब में पुरातत्व की तलाश के लिए संस्कृति मंत्रालय के साथ भागीदारी की गई।
सऊदी अरब के अरब न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक मंत्रालय के साथ अनुबंध करने का मकसद देश के रेड क्रीसेंट के तट के साथ पुरातत्व विरासत इतिहास और स्थाई पर्यटन क्षेत्रों में घोषित होगा एकीकृत करना है उम्मीद की जा रही है कि इस इलाकों को यूनेस्को के वैश्विक संस्कृति विरासत की लिस्ट में शामिल करने का कारण बनाया जाए।
इस अनुबंध में देश का पहला मैरिटाइम म्यूजियम बनाने को शामिल किया गया है जो कि सऊदी अरब में झरने के नीचे पुरातत्व को सुरक्षित और प्रदर्शित करेगा रेड क्रीसेंट के सबसे बड़े लकड़ी के जहाज के मलबे की तलाश की योजना का नेतृत्व इटली के यूनिवर्सिटी ऑफ नेपाली करेंगे।
रेड क्रीसेंट के जहाज की खुदाई के डायरेक्टर और नेपाली यूनिवर्सिटी में मैरिटाइम आरकियोलॉजि असिस्टेंट प्रोफेसर ओरिएंटल के द्वारा बताया गया है कि समुद्री जहाज के मलबे को उस वक्त का रेड क्रीसेंट में लकड़ी का सबसे ज्यादा सुरक्षित और बेहतरीन जहाज बताया गया है।
उन्होंने बताया कि अपने शानदार कारगो के साथ 18वीं सदी का यह समुद्री जहाज स्वेज नहर के खुलने से पहले लाल सागर में जारी वाणिज्यिक गतिविधियों और हिंद महा सागर के विस्तृत व्यवसाय के साथ उसके स्पष्ट संबंध की गवाही देता है।
सुरक्षित लकड़ी का ढांचा एक बड़े पैमाने पर और महंगे जहाजों के निर्माण के का एक अलग सबूत देता है जो कि इससे पहले इस क्षेत्र में अज्ञात था। इस समुद्री जहाज का मलबा 1725 और 1750 के बीच किसी वक्त बनाया गया है और यह अल्वाज झील में रहा है। इसकी लंबाई के बारे में बताया जा रहा है कि तकरीबन 40 मीटर है और इसकी चौड़ाई 16 मीटर बताई गई है जिसमें करीब 1000 टन का कार्गो है।