सऊदी अरब में शाही घराने के द्वारा बयान जारी करते हुए बताया गया है कि शहज़ादी सैता बिन्त जलवी बिन अब्दुल अजीज अल सऊद का इंतकाल हो गया है।
सऊदी अरब की सरकारी न्यूज़ एजेंसी एसपीए की रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि शाही घराने के द्वारा एक बयान जारी किया गया है और शहज़ादी सैता बिन्त जलवी बिन अब्दुल अजीज अल सऊद की नमाज जनाजा के बारे में बताया है कि वह कल शनिवार 19 जमादि सानी 1443 हिजरी के मुताबिक 22 जनवरी 2022 को रियाद शहर के जाने-माने जामा मस्जिद इमाम तुर्की बिन अब्दुल्लाह में असर की नमाज के बाद पढ़ाई जाएगी।
शहज़ादी सैता बिन्त जलवी बिन अब्दुल अजीज अल सऊद की शादी शहजादा खालिद बिन मिशाल बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के साथ हुई थी और इन दोनों शहजादे शहजादी की शादी से शहजादी शेखा पैदा हुइ थीं।
शहजादा खालिद बिन मशाल का इंतकाल 4 जमादी अव्वल 1435 हिजरी के मुताबिक 4 मार्च 2014 को हुआ था जनाजे की नमाज 5 मार्च को मस्जिद अल हराम मक्का मुकर्रमा में अदा की गई थी।
खयाल रहे कि शहज़ादी सैता बिन्त जलवी बिन अब्दुल अजीज अल सऊद देश के संस्थापक बादशाह अब्दुल अजीज के 39वें बेटे शहज़ादा जलवी बिन सऊद बिन अब्दुलअजीज की बेटी थी शहज़ादी सैता बिन्त जलवी बिन अब्दुल अजीज अल सऊद के चार भाई और उनको लेकर करीब चार बहने हैं।