सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस शहजादा मोहम्मद बिन सलमान ने अक्टूबर 2017 रियाद में एक निवेश कांफ्रेंस के दौरान यह महत्वपूर्ण वादा करते हुए कहा था
कि हम अपनी जिंदगी के 30 साल चरमपंथी नजरिये से निपटने में नहीं गुजारेंगे, हम लोग उन्हें वर्तमान में ही और बहुत जल्द ही खत्म कर देंगे।
यह सब केवल एक बात ही नही थी बल्कि इसमें चरमपंथी नजरिया से निपटने के लिए एक नया रोडमैप तैयार किए हुए हैं।
वर्तमान में दुनिया भर को आमतौर पर और खासतौर से सऊदी अरब को खतरे में डाल रखा है।
मोहम्मद अल सलमा ने अरब न्यूज़ के लिए खासतौर से एक मज़मून में लिखा है कि अमेरिका 9/11 हमलों के बीच में सालगिरह मनाने की तैयारियों में लगा हुआ है
लेकिन द’हशत’गर्दी और इस्लामी चरमपंथी के नजरिए के खिलाफ जंग में सऊदी अरब के कारनामों को याद रखने का यह इतना ही बेहतर वक्त है।
अमेरिका में पूर्व सऊदी राजदूत शहजादा तुर्की अल फैसल ने साल 2016 में वाशिंगटन डीसी में 1 पैनल तकरार के दौरान कहा था कि सऊदी अरब और अमेरिका एक ही तरह की दहशत गर्द समूह के दहशत गर्दी का शिकार हैं।