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ऐरो स्पेस इंजीनियरिंग में सऊदी की बढ़ती दिलचस्पी के साथ स्कोलरशिप प्रोग्राम
एक जमाने पहले चांद की जमीन पर कदम रखने वाले नील आर्मस्ट्रांग और बज़ एल्ड्रिन पहले इंसान थे इस ऐतिहासिक दिन के बाद से वैश्विक सरकार साइंटिस्ट और अब कारोबारी लोगों के द्वारा अपनी नजर दूरदराज अंतरिक्ष के लक्ष्यों पर केंद्रित की जाने लगी।
अरब न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया है कि ब्लू ओरिजन और एलन मस्क के मार्स पर रहने के सपने के साथ अंतरिक्ष पर्यटन में जेफ बेज़ुस से लेकर कर नासा के जेम्स वेब स्पेस टेलीस्कोप और यूएई के होप मिशन के साथ सब प्रैक्टिकल ऐक्शन की ओर हैं।
20 जुलाई 1969 को अपोलो के अंतरिक्ष यात्रियों के चांद पर जाने की खबरों के कई दशक के बाद अब फिर से विस्तृत पैमाने पर उच्च टेक्नोलॉजी और साइंस इंजीनियरिंग की वैश्विक कुशलता के साथ दुनिया की उभरती हुई अर्थव्यवस्था और अमीर लोगों के नेतृत्व में एक नई अंतरिक्ष दौड़ को जारी किया गया है।
इस नई वैश्विक अंतरिक्ष दौड़ में अब सऊदी अरब के अंतरिक्ष कमीशन भी शामिल हो चुके हैं। 3 साल पहले शुरू किए गए इस मिशन का मकसद शोध के अमल और विकास को बढ़ाने के साथ-साथ विश्व अंतरिक्ष उद्योग में प्राइवेट क्षेत्र की भागीदारी को बढ़ाना है।
दिसंबर 2018 में इस मिशन की शुरुआत के बाद अंतरिक्ष प्रोग्राम के द्वारा अतिरिक्त सहयोग के लिए यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ब्रिटेन फ्रांस और हंगरी के साथ अनुबन्ध किए गए हैं।
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