सऊदी अरब के पूर्व श्रम मंत्री डॉ अली नमला ने बताया कि एक गरीब परिवार से संबंध रखते हैं और प्लंबर का बेटे हैं और खुद भी अपने पिता के साथ प्लंबिंग का काम उन्होंने किया है।
अल मर्सद वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ अली हमला ने बताया कि एक गरीब परिवार थे से ताल्लुक रखते हैं और उन्होंने बताया कि ईद के सिवा किसी और मौके पर उनको गोश्त खाना नसीब नहीं हुआ करता था। बकरा ईद के मौके पर भी कुर्बानी हो जाती है तब गोश्त मिलता था या फिर रिश्तेदार और पड़ोसियों के यहां से जब गोश्त आता था तब वह खा पाते थे।
उन्होंने बताया कि उनके गरीब पिता रियाद के नगर पालिका परिषद में प्लंबर का काम किया करते थे। वह घरों को पानी के नेटवर्क के साथ जोड़ने का काम करते थे। उन्होंने याद करते हुए बताया कि उस जमाने में पानी का नेटवर्क का मीटर नहीं हुआ करता था प्रारंभिक समय में वह मुफ्त में काम किया करते थे। इसके बाद 5 या 10 रियाल लेकर वह काम करने लगे थे कभी कबार उन्हें 15 रियाल तक भी मिल जाया करता था।
पूर्व मंत्री ने बताया कि पिता अपने काम पर बेहद ही साधारण कपड़ों में घर से निकला करते थे और वापसी पर उनके कपड़ों पर मिट्टी और गंदगी की एक तह जमी हुई होती थी।
इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें अपने पिता पर बेहद फक्र महसूस होता है वह उनके हुनर की काफी कदर करते हैं और इस बात का बेहद सम्मान भी करते हैं वह कहते हैं
किउन्हें यह सब बताते हुए बिल्कुल भी शर्मिंदगी महसूस नहीं होती है। क्योंकि मेरे पिता ने इसी हुनर की बदौलत से काम करके हम सब बच्चों की परवरिश की है।