सऊदी अरब की एक महिला उम्मे आयद ने अपने पति के मरने के बाद हिम्मत बिल्कुल भी नहीं हारी उन्होंने पूरे विश्वास और हौसले के साथ काम लिया यहां तक कि उन्होंने अपने घरेलू खर्चों को चलाने के लिए उन्होंने ताइफ कमिश्नरी के स्थानीय पार्क में अपनी खुद की दुकान लगा ली।
अखबार 24 की रिपोर्ट के मुताबिक उम्मे आयद ने बताया कि बीवी के मरने के बाद घर के खर्चों को चलाना बहुत बड़ी समस्या हो गई थी।
दरअसल उनके पति की मौत एक ट्रैफिक हादसे की वजह से हो गई थी लेकिन पति की मौत के बाद रिश्तेदारों ने उनसे मुंह फेर लिया था।
उन्होंने बताया कि मेरे रिश्तेदारों ने मेरे पति के मर जाने के बाद उनकी औलाद के बारे में तक नहीं पूछा और ना ही मुझसे यह तक पूछा कि तुम किस हाल में रह रही हो।
घर किराए का था और इसके साथ ही बच्चों के खर्चों को भी पूरा करना था मैंने पूरी अपने हिम्मत से काम लिया और पार्क के पास कालीन की दुकान लगा ली।
उन्होंने बताया कि वह 3 बच्चों की अभी मां है उनका पति सिक्योरिटी गार्ड के तौर पर काम कर रहा था।
उन्होंने कहा कि खुदा का शुक्र है कि कालीन की दुकान करने से हमारे तमाम खर्चे पूरी तरीके से पूरे हो रहे हैं
वह बताती हैं कि मैं रोजाना दोपहर के 3:00 बजे से अपने कालीन की दुकान लगा लेती हूं और फिर रात के 3:00 बजे तक अपनी दुकान पर काम करती हूँ।
उन्होंने बताया कि उन्होंने दुकान में अपने व्यस्त होने के लिए ऐसे वक्त का चुनाव किया है जबकि उनके बच्चे उनके साथ होते हैं उनका एक बेटा 1 साल और 3 महीने का है जो कि दुकान के बराबर में जगह पर सोता है।
उन्होंने बताया कि उनके रिश्तेदार भी इस इलाके में रहते हैं मगर कभी भी कोई मदद नहीं करता और मेरे पति के मर जाने के बाद ना ही अब मुझे कोई पूछता है।
उन्होंने बताया कि उन्हें एक जगह नौकरी भी मिल गई थी लेकिन उनकी गोद में छोटा बच्चा होने की वजह से वह नौकरी के लिए नहीं जा सकती क्योंकि उनके पीछे उनके बच्चे को देखने वाला कोई नहीं था।