सऊदी अरब में हज और उमरा मंत्रालय के द्वारा बताया गया कि मस्जिद अल हराम में नमाज पढ़ने के लिए कोरोना वैक्सिन की पाबंदी करना जरूरी है।
सऊदी अरब में औकाज़ अखबार की खबरों के मुताबिक हज और उमरा मंत्रालय के द्वारा वैक्सिन लगवाने वाले लोगों को तीन श्रेणियों के अंतर्गत बांटा गया है।
पहली श्रेणी वह है जिसमें वह सभी लोग आते हैं जिन लोगों ने कोरोना वैक्सिन की खुराक हासिल कर ली है और त्वककलना एप्लीकेशन में उनका स्टेटस दो खुराक लेने वाले लोगों में किया जाता है।
इसके बाद दूसरे श्रेणी आती हैं दूसरी श्रेणी के अंतर्गत वह सभी लोग आते हैं जिन लोगों ने कोरोना के खिलाफ वैक्सीन की एक खुराक हासिल कर ली है और इस बात के लिए 14 दिन गुजर चुके होते हैं और एप्लीकेशन में उनका स्टेटस पहली खुराक लेने वाले लोगों में शामिल किया जाता है।
तीसरी श्रेणी में वह लोग आते हैं जो कि कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हो चुके होते हैं और त्वककलना एप्लीकेशन में उनका स्टेटस संक्रमण से स्वस्थ और सुरक्षित लिखा होता है।
तीसरी श्रेणी में आने वाले लोगों को उमरा के लिए परमिट जारी किया जा सकता है इन तीनों श्रेणी में शामिल लोग उमराह या फिर मस्जिद अल हराम में नमाज का परमिट हासिल कर सकते हैं।