तालिबान के द्वारा अफगानिस्तान की नई आर्मी फोर्स बनाने का ऐलान कर दिया गया है जिसमें पूर्व शासन के दौर में काम करने वाले फौजियों को भी शामिल किया जाने वाला है।
सऊदी अरब के अरब न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक अफगानिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति अशरफ गनी के देश छोड़ देने के बाद पश्चिम के समर्थक शासन और फौज भी खत्म हो गई है और फिर सितंबर में तालिबान के द्वारा पारित सरकार का ऐलान कर दिया गया है।
तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर के बेटे और अफगानिस्तान के रक्षा मंत्री मुल्ला मोहम्मद याकूब ने रविवार को एक ऑडियो संदेश के जरिए से नई आर्मी फोर्स को बनाने का ऐलान कर दिया गया है। जिसे रक्षा मंत्रालय के द्वारा जारी किया गया है ।
उन्होंने बताया कि रक्षा मंत्रालय एक स्वतंत्र और राष्ट्रीय स्तर की फौज बनाना चाहती है। जिसके पास भूमि और हवाई स्तर पर देश की रक्षा करने का कौशल मौजूद है उन्होंने बताया कि फौज को आधुनिक हथियारों से लैस करने की कोशिश की जा रही है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने अरब न्यूज़ के साथ बात करते हुए बताया कि फौज हमारी प्राथमिकता है और देश को इसकी बेहद जरूरत है।
इस्लाम की इमारत एक सशक्त फौज बनाएगी और अफगानिस्तान की हिफाजत की जिम्मेदार भी होगी और इसके पास अफगानिस्तान की सुरक्षा शांति का कौशल भी होगा।