हिसाब से जुड़े वैश्विक जागरूकता के मुताबिक कुछ देश जब चाहे महिलाओं को हिजाब पहनाने अधिकार से उन्हें वंचित कर रहे हैं
कुछ महिलाओं को यह डर रहता है कि शायद उन्हें इसे पहनने के लिए अधिकार ना दिया जाए।
अरब न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में सभी धर्म से संबंध रखने वाली हजारों महिलाओं के द्वारा एकजुटता के तौर पर पिछले दिन मंगलवार को “DressedNotOppressed” के साथ सोशल मीडिया पर सेल्फी पोस्ट करके दसवां सालाना इंटरनेशनल हिजाब डे मनाया गया है।
वैश्विक हिजाब डे हर साल 1 फरवरी को मनाया जाता है बांग्लादेशी अमेरिकन नाज़मा खान ने साल 2013 में इस गैर-लाभकारी संगठन की बुनियाद रखी थी। इस संगठन का मकसद आम लोगों में तरीका उजागर करना है
वह बहुत सारी मुसलमान महिलाएं हिजाब पहनने का चुनाव क्यों करती हैं। और अन्य महिलाओं को 1 दिन के लिए हिजाब पहनने और उसका अनुभव करने की ओर आकर्षित करना है।
इस खास मौके पर वैश्विक हिजाब डे संगठन के प्रवक्ता ने बताया कि बदकिस्मती से दुनिया में कुछ देश ऐसे भी हैं जो कि हमारे धार्मिक पहनावे के अधिकार से इंकार कर रहे हैं और हिजाब पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाना चाहते हैं।
हिजाब डे पर होने वाले इवेंट के प्रबंधन दुनिया भर के शिक्षक की डिमांड कर रहे हैं जो कि कैनेडियन मुसलमान टीचर फातमा अनवरी से एकजुटता के लिए उनके साथ खड़ी हों।