सऊदी अरब के अरामको के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर अहमद अल खवितर द्वारा बताया गया कि सऊदी अरब के अंदर पिछले दो सालों से हाइड्रोजन गाड़ियों को टेस्ट किया गया है,
उन्होंने कहा कि कई सालों पहले तक यहाँ की सड़कों पर इन गाड़ियों को देखा जा सकता था।
उन्होंने अल अरबिया के साथ बातचीत करते हुए बताया कि हमारे पास सरकारी कुछ सरकारी क्षेत्रो की मदद से विभिन्न तरह की कार परीक्षण के लिए मौजूद हैं।
पिछले दो सालों के दौरान हम हाइड्रोजन कारों को टेस्ट ड्राइव के लिए क़ाबिल बना रहे हैं। और हमने उन्हें देश के लिए बेहद उपयुक्त पाया है।
उन्होंने कहा कि देश मे हाइड्रोकार्बन की शक्ल में दुनिया की सबसे बड़ी ऊर्जा निर्यातक के तौर पर हाइड्रोजन की माँग को पूरा कर सकता है। उन्होंने बताया कि यह एक डी कारबनाइज़्ड हाइड्रॉ कार्बन है।
अरामको के द्वारा जलवायु परिवर्तन के लिए कम कार्बन ऊर्जा स्रोतों की क्षमता निगरानी करने वाली कई वैश्विक ऊर्जा दिग्गजों में से एक है।
सऊदी अरामको के चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर अहमद अल खवितर के द्वारा अमेरिका के टीवी चैनल ब्लूमबर्ग को इंटरव्यू में बताया कि जब हम ब्लू अमोनिया और अन्य कम कार्बन हाइड्रोजन की मांग को ज़ाहिर करेंगे तो हम उनको निवेश को देखेंगे।