सऊदी अरब ने अब तक मध्य पूर्वो की स्पोर्ट्स इंडस्ट्री की तरक्की के पीछे ताकत के तौर पर अपनी पोजीशन बरकरार रखी हुई है।
अमेरिकी सऊदी अरब बिजनेस काउंसिल की खास रिपोर्ट के मुताबिक सऊदी अरब को समग्र घरेलू उत्पादों में खेलों की भागीदारी साल 2016 में 2.4 बिलियन रियाल से बढ़ते हुए साल 2019 में 6.5 बिलियन रियाल तक पहुंच चुकी है।
जो कि कहा जाता है कि जीसीसी में सबसे बड़े और सबसे ज्यादा आबादी वाले देश के तौर पर है। बताया जाता है कि इसके दो तिहाई से ज्यादा आबादी 35 साल से कम उम्र की है। इसके अलावा इसके विजन 2030 के दृढ़ निश्चय के साथ खेलों को एक विशेष रूप से बिना तेल के उत्पादों के तौर पर तरक्की हासिल कराने के लक्ष्य के साथ देश की हैसियत को बरकरार बनाए रखे है।
सऊदी अरब के खेल मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक बताया गया है कि यह तादाद साल 2030 के आने तक बढ़ जाएगी और बढ़कर यह करीब 18 बिलीयन रियाल तक पहुंचने की उम्मीद की जा रही है।
जनरल अथॉरिटी के द्वारा बताए गए आंकड़ों के मुताबिक साल 2020 के दौरान कोरोनावायरस से पहले जारी किए गए ताजा आंकड़ों में क्वालिटी ऑफ लाइफ़ प्रोग्राम की शुरुआत के बाद सऊदी अरब के नागरिकों की खेलों में भागीदारी के बारे में बताया गया है कि यह करीब 13% से बढ़कर 20% तक हो चुकी है।