सांख्यिकी विभाग द्वारा बताया गया है कि महिलाओं को गाड़ी चलाने का परमिट मिलने से देश में 2 लाख घरेलू ड्राइवर कम हो चुके हैं।
आजील वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक सांख्यिकी विभाग के द्वारा ड्राइवरों की तादाद में कमी होने की वजह से बताया गया कि साल 2017 तक महिलाओं को देश में ड्राइविंग की इजाजत नहीं दी गई थी।
परमिट मिल जाने के बाद से ड्राइवरों की तादाद में कमी आना शुरू हो गई थी कुछ परिवार बाहरी देशों से ड्राइवर नहीं मंगाया करते थे लेकिन अब वह इस बारे में सशक्त हो चुके है।
साल 2021 की तीसरी तिमाही के दौरान ड्राइवरों की तादाद 1.75 मिलियन दर्ज की गई है जबकि साल 2020 की तीसरी तिमाही के दौरान उनकी तादाद 1.94 मिलियन हो चुकी थी।