सऊदी अरब में इस्लामिक मामलों के मंत्रालय के द्वारा मस्जिद में इफ्तार के लिए चंदा इकट्ठा नहीं करने के लिए निर्देश जारी कर दिया गया है।
सऊदी अरब के ओकाज़ अखबार की खबरों के मुताबिक इस्लामिक मामलों के मंत्रालय के द्वारा मस्जिदों के इमाम और मस्जिद के अंदर अजान देने वाले को यह कहा गया कि वह अपनी ड्यूटी पाबंदी के साथ पूरा करें।
रमजान के दौरान कोई भी अनुपस्थित नहीं होना चाहिए। मस्जिद के अंदर लगाए गए कैमरे इमाम और नमाजियों की फोटोग्राफी करने के लिए इस्तेमाल नहीं की जानी चाहिए। नमाज के दृश्य संचार सूत्रों से किसी भी रूप में दिखाई नहीं देने चाहिए।
उम्मुल कुरा कैलेंडर के हिसाब से अजान के समय की पाबंदी की जानी चाहिए। खयाल रहे की रमजान शरीफ में ईशा की अजान और जमाअत का समय आम दिनों से अलग होता है।
इस्लामिक मामलों के मंत्रालय के द्वारा इमाम से यह कहा गया कि वह फर्ज नमाज के बाद मस्जिदों में लाभकारी किताबों को पढ़ने की व्यवस्था करें।
खासतौर से रोजा के हुक्म और रमजान के उपदेशों की किताबों के जरिए से बयान किया जाए ऐसे विषयों पर भी रोशनी डाली जाए जो समाज के लिए लाभकारी हो।
इस्लामिक मामलों के मंत्रालय के द्वारा जोर देते हुए बताया गया है कि किसी भी मस्जिद का कोई भी अज़ान देने वाले या किसी भी मस्जिद के अंदर रोज़ादार को इफ़्तार कराने के नाम पर चंदा नहीं इकट्ठा करें। इफ़्तार कराने के दस्तरख्वान मस्जिद के प्रांगण औऱ मुनासिब जगहों पर सरकारी मस्जिदों के प्रांगण और स्थानों पर विचार के बाद साफ सफाई की व्यवस्था की जाए।