एक हालिया शोध में इस बात का खुलासा किया गया है की फ्लेवनोल्स पर आधारित भोजन और पेय पदार्थ मानव जाति को डिमेंशिया और अल्जाइमर के रोग के खतरे से सुरक्षित रख सकता है।
स्काई न्यूज़ अरबिया के द्वारा न्यूज़ मेडिकल वेबसाइट का हवाला देते हुए बताया गया है कि फ्लेवनॉल एक ऐसा एंटीऑक्सीडेंट माना जाता है जो कि अपने बहुत सारे स्वास्थ्य के लाभ के लिए जाना जाता है जैसे कि सूरज की रोशनी के खतरे को कम कर देना त्वचा को बेहतर बना देना और दिमाग में खून के बहाव को बढ़ा देना।
इस शोध में 921 लोगों को शामिल किया गया है। जिनकी औसत उम्र 81 साल थी इनमें से ऐसे लोग जिन्होंने इसकी मात्रा से भरपूर खाना खाया है उन्हें अगले साल के दौरान डिमेंशिया होने का खतरा काफी कम रहा है।
शोध के मुताबिक फ्लेवनॉल किसी व्यक्ति को 48% तक डिमेंशिया से बचाने उसकी ताकत रखता है बहुत सारे खाने में फ्लेवनॉल पाए जाते हैं जैसे कि जैतून का तेल नाशपाती टमाटर चाय पालक कोको और डार्क चॉकलेट वगैरह।
आपको बता दें कि डिमेंशिया एक ऐसा सिंड्रोम है जो कि दिमाग के विभिन्न जटिलताओं की वजह से हो सकता है जो की याददाश्त, सोच, काम करने की प्रक्रिया, रोजाना की गतिविधियों की कुशलता को प्रभावित कर देता है। अल्जाइमर की बीमारी डिमेंशिया की सबसे आम वजह बताई जाती है।