सऊदी अरब में सोमवार को अरूक बनी मारीज़ राष्ट्रीय वन संरक्षण विभाग में दुर्लभ नस्ल के 50 हिरण कुदरती माहौल में छोड़े गए हैं।
सरकारी न्यूज़ एजेंसी एसपीए की रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि नजरान के गवर्नर शहजादा जल्वी बिन अब्दुल अजीज बिन मसाद ने सोमवार को वन संरक्षण विभाग में दुर्लभ नस्ल के हिरण छोड़े हैं।
राष्ट्रीय वन प्रजनन जीव केंद्र के चेयरमैन डॉक्टर मोहम्मद अली कुर्बान ने बताया कि देश के सभी इलाकों में मौजूद राष्ट्रीय जंगल के हवाले से राष्ट्रीय प्रोग्राम लागू किया जा रहा है और ऐसे जानवरों और पक्षियों का पालन पोषण करने की कोशिश की जा रही है जिनकी दुर्लभ नस्ल धीरे धीरे गायब हो रही है।
डॉ मोहम्मद कुर्बान का कहना है कि अरूक बनी मारीज़ राष्ट्रीय वन संरक्षण विभाग देश के महत्वपूर्ण जंगलों में से एक है और यह प्राकृतिक संसाधनों से परिपूर्ण है।
गौरतलब यहां पर हिरण छोड़े जाने की इससे पहले इस बात को सुनिश्चित किया गया था कि अरूक बनी मारीज़ राष्ट्रीय वन संरक्षण विभाग का माहौल दुर्लभ नस्ल के हिरणों के लिए बिल्कुल उचित है।
अरूक बनी मारीज़ राष्ट्रीय वन संरक्षण विभाग चेयरमैन द्वारा बताया गया है कि विभिन्न राष्ट्रीय जंगलों में 1000 से ज्यादा दुर्लभ जानवर छोड़ने का प्रोग्राम बनाया गया है। पिछले सीजन में करीब 785 हिरण को और अन्य प्रकार के दुर्लभ जानवरों को इस प्रोग्राम के तहत जंगलों में छोड़ा गया था।
अरूक बनी मारीज़ राष्ट्रीय वन संरक्षण विभाग सोमवार के दिन हिरण को यहां पर छोड़ा गया है उनमें से 40 अल वजीही जब कि 10 का संबंध अदमी नस्ल से बताया गया है।