जर्मनी देश जो कि टोटल 21 मिलियन लोगो के घर के तौर पर भी जाना जाता है। अगर बात करें प’श्चिमी यूरोप की तो फ्रांस के बाद सबसे बड़ी मु’स्लिम आबादी की मेज’बानी केवल जर्मनी देश ही अकेला करता आया है।
आपको बता दें कि जर्मनी देश मे इ’स्ला’म ध’र्म लगातार बहुत ही तेज़ी के साथ बढ़ता जा रहा है। बताया जा रहा है कि अब जर्मनी के इमा’मों के लिए एक प्रशि’क्षण कें’द्र भी खोला जाएगा।
इ’स्ला’म ध’र्म को कुबू’ल करने वाले लोगों में ज्या’दातर लोग विदशी ही होते है। यह लोग धर्म। कि खुब्सुरती से प्रभावित होकर इ’स्ला’म ध’र्म के बारे में और ज़्यादा जानने की ख्वाहिश पालते हैं और अंतत इसे अपनाकर ही दम लेते हैं।
लेकिन यह इतना भी ज़्यादा आसान नहीं रहा है। कुछ विशेष समू’हों द्वारा अक्सर ही इस धर्म को विरोध की भावना सहन करना पड़ा है। और कदम कदम पर यह आ’लोचनाओ का भी शिकार हुआ है।
कुछ विशेष समू’हों का क’हना है कि केवल धा’र्मि’क समुदाय ही अपने नेता ही इस काम को करने के लिए अधिकार रखते है।
आपको बता दे कि जर्मन सरकार के द्वारा विदेशो से आने वाले इ’स्लमिक नेताओ की तादाद को कम करने के लिए इस तरह की पहल को शुरू किया गया है।
तु’र्की इस्ला’मिक यूनियन फ़ॉर रि’लोजिस अफेयर्स और नेशनल विजन साथ देश मे अग्रणी तुर्की मुस्लिम समूहों के द्वारा जर्मन कॉलेज ऑफ इस्ला’म के नि’र्माण में हिस्सा नही लेने के लिए भी निर्णय लिया गया था।