मिस्र के आर्थिक स्थिति इन दिनों इस हद तक खराब हो चुकी है कि यहां की सरकार अपनी जनता को मुर्गियों के उसके बजाय उनके पंजो को खाने के लिए कह रही है।
अमेरिका के न्यूज़ चैनल सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि मिस्री करेंसी के रिकॉर्ड 5 साल में सबसे बदतर महंगाई का शिकार हुआ है
इस वजह से खाने पीने की सामग्रियों के दाम इतने ज्यादा बढ़ चुके हैं कि मिस्र की जनता की एक बड़ी तादाद मुर्गी का गोश्त नहीं खा सकती।
मिस्र की सरकारी मीडिया के मुताबिक पोल्ट्री की कीमत 2021 में एक 1.9 डॉलर प्रति किलो थी जो कि अब बढ़ने के बाद 2.36 डॉलर प्रति किलो हो चुकी है। इसका कारण नेशनल इंस्टीट्यूट आफ न्यूट्रिशन के द्वारा लोगों से कहा गया है कि वह मुर्गी के पंजे को खाएं।
संस्थान के द्वारा पिछले महीने एक फेसबुक पोस्ट के जरिए से मुर्गियों के पंजों और जानवरों के पैरों को खाने के लिए सुझाव देते हुए कहा गया कि “क्या आप प्रोटीन से भरपूर खुराक अपने लिए चाहते हैं जो आपके बचत पर भारी भी ना पड़े?”
मिस्र के बहुत सारे नागरिक सरकार की तरफ से इस ऐलान पर ना खुश नजर आए क्योंकि मुर्गियों के पंजे खाना बहुत ही ज्यादा गरीबी की निशानी है।
मिस्र में मुर्गियों के पंजे बहुत ज्यादा सस्ते हैं। और उन्हें खाने के बजाए कचरे में फेंकने के काबिल समझा जाता है।
एक सोशल मीडिया उपयोगकर्ता ने कहा कि हम अब इतने गरीबी के दौर में प्रवेश कर चुके हैं
कि हमें मुर्गियों के पंजे खाने पड़ेंगे बता दें कि सरकार के द्वारा इस ऐलान के बाद मिस्र, मुर्गियों के पंजों की कीमत दोगुनी यानी कि अब 20 मिस्री पाउंड हो चुके हैं।