मस्जिद-ए-नबवी के प्रशासन के द्वारा इस महीने रमजान शरीफ के दौरान इफ़तार के दस्तरख्वान लगाया जाने के मामलों की समीक्षा की गई है। संबंधित कमेटी की तरफ से इफ्तार लगाने वालों के लिए मौजूदा कोरोना स्थिति को देखते हुए सावधानी पहल की सिफारिश करते हुए विभिन्न बिंदू पेश किए हैं।
सऊदी न्यूज़ एजेंसी एसपीए की रिपोर्ट के मुताबिक मस्जिद-ए-नबवी के प्रशासन के द्वारा इस साल रमजान के महीने में इफ़्तार लगाने के लिए संबंधित कमेटी से सिफारिश की गई थी ताकि उनकी जागरूकता में इफ्तार का दस्तरखान पूरे नियमों के साथ लगाया जाए।
मस्जिद ए नबवी के प्रशासन का इस संबंध में कहना है कि इफ्तार का दस्तरखान से संबंधित कमेटी की तरफ से जारी होने वाले सिफारिश में कहा गया है कि मस्जिद नववी शरीर में इफ्तार का दस्तरखान लगाने की इच्छा रखने वाले लाइसेंस शुदा कैटरिंग सर्विस प्रदान करने वाली कंपनी से अनुबंध किया जाएगा जो कि निर्धारित किए गए मानकों के मुताबिक ही इफ्तार का सामान उपलब्ध कराएंगे।
मौजूदा कोरोना स्थिति को देखते हुए सामाजिक दूरी का पालन पर अमल करते हुए मस्जिद की एक सफ पर केवल 5 लोगों के बैठने का प्रबंध किया जाएगा।
हर रोजेदार एक तरफ ही बैठेंगे यानी कि किबला की तरफ अपना रुख कर के दूसरी तरफ बैठने की इजाजत नहीं है गौरतलब है कि मदीना मुनव्वरा के मस्जिद-ए-नबवी में कोरोना से पहले रमजान शरीफ के महीने में हर साल 1 बड़े पैमाने पर इफ्तार का दस्तरखान लगाने की परंपरा प्राचीन समय से रही है।
इफ्तार का दस्तरखान लगाने के लिए देश से बाहर भी बड़ी तादाद में लोग मदीना मुनव्वरा आते हैं उनकी कोशिश रहती कि वह मस्जिद-ए-नबवी शरीफ के आंतरिक प्रांगण में इफ्तार का दस्तरखान लगाने का परमिट हासिल कर सके।