Connect with us

Saudi Arab

सऊदी के दुर्लभ बाज़ की नस्ल को बचाने के लिए सऊदी बुजुर्ग ने की जद्दोजहद,कहा दुनिया में बस यही मिलते है ये बाज

1162306 1226170228

सऊदी अरब के बाज़ क्लब के द्वारा दुर्लभ बाज़ के खत्म होते हुए नस्ले को बचाने और उसकी परवरिश के लिए खास प्रोग्राम शुरू किया गया

इस मकसद के लिए फाल्कन क्लब के द्वारा सऊदी नागरिक मोहम्मद साद अल हमसान अल शहरी की सेवाओं को हासिल किया गया है।

Advertisement

मोहम्मद सआद अल हमसान को बाज़ों की परवरिश और उनके देखभाल करने का 45 साल पुराना अनुभव रहा है।

falkan spa 1

सरकारी न्यूज़ एजेंसी एसपीए की रिपोर्ट के मुताबिक मोहम्मद सआद अल हमसान ने बताया कि

उनकी उम्र 66 साल हो चुकी है। उन्होंने अपनी जिंदगी का ज़्यादातर हिस्सा बाज़ों के साथ उनकी सेवा करने में गुजारा है।

Advertisement

928786 359708393 1

सऊदी नागरिक का कहना है कि असीर इलाके की अल नमास कमिश्नरी में बाज़ की देखभाल और उसकी परवरिश ही आजीविका के लिए एकमात्र सहारा है बाज़ की मदद से उनके बच्चों का शिकार करता है।

उन्होंने बताया कि घोसलों से बाज़ के बच्चों के शिकार का अच्छा खासा तजुर्बा हासिल है।

मेरे पास अल नमास में 40 बाज़ हैं जो कि सालाना तौर पर करीब 30 बच्चों को जन्म देते हैं

Advertisement

उनकी खुराक का इंतजाम करके उन्हें बेच देता हूँ।

“हुदूद” प्रोग्राम के बारे में अल शहरी ने कहा कि इसके तहत बाज़ परवरिश के तीन केंद्र स्थापित किए गए हैं।

हर एक में बाज़ की नस्ल के 6 जोड़े रखे गए हैं। प्राचीन काल से शाहीन की जाति के अरब में बसे हुए हैं।

Advertisement