वर्तमान दिनों में मरी में बर्फबारी के तूफान में पर्यटकों के साथ पेश आने वाली घटनाओं के बाद मरी की पर्यटन अहमियत और उससे जुड़े हुए प्रशासनिक समस्याओं की खबरों का यह विषय बना हुआ है।
यह बात तो सब जानते हैं कि मरी की अहमियत गर्मियों में ठंडा मौसम होने और सर्दियों में बर्फबारी के नजारों की वजह से मशहूर है। दुनिया भर में पर्यटन स्थान ऐतिहासिक पुरातत्व इमारतों और दिलकश मन्ज़र की वजह से जाने जाते हैं।
मरी में कुदरती हुस्न की कमी नहीं है बल्कि उसकी पहचान पहाड़ की चोटियां और जंगल से ढकी हुई वादियां है इस पहचान के द्वारा मरी की सदियों पुरानी संस्कृति विरासत और ऐतिहासिक पुरातत्व मंजर में ढकेल दिया गया है।
बाहर से आने वाले पर्यटक तो दूर की बात है खुद मरी के अक्सर नागरिक बहुत सारी पुरानी इमारतों की मौजूदगी से अज्ञात हैं। जिन जगहों और इमारतों के नाम से लोग वाकिफ भी हैं उनसे जुड़ी जानकारियों से बेखबर हैं।
1851 में कर्नल ब्रुसतो के द्वारा 3 एकड़ की जमीन खरीद कर उस पर निवास किया था विभिन्न दौर में विभिन्न मकसद के लिए इस्तेमाल की जाती यह इमारत अब गवर्नमेंट हाउस कहलाती है।
मरी में पानी की कमी को पूरा करने के लिए 1891 में पहाड़ियों के दामन से मरी के लिए पानी की पाइप लाइन बिछाई गई है। कर्नल पानी की सप्लाई की काम की निगरानी कर रहे थे।
मरी के इतिहास पर आधारित किताबें भी लिखी गई इसका नाम “मरी ड्यूरिंग द राज” है इसके लेखक प्रोफेसर डॉक्टर फर्क अहमद खान है।