सऊदी अरब के संस्कृति मंत्रालय के द्वारा राजधानी के राष्ट्रीय संग्रहालय में अरबी ज़बान की खूबियों को दिखाने के लिए खास प्रदर्शनी आयोजित की गई।
इसका शीर्षक रखा गया “हाउ स्क्रिप्ट मेक्स इट्स जर्नी”।
अल अरबिया नेट के साथ बातचीत करते हुए इराक की सुलेखक अब्दुल गनी ने बताया कि अरबी लिपि की प्रदर्शनी इस्लामी सभ्यता और संस्कृति को एक अलग और अनोखे और समर्पण के तरिके से उजागर कर रही है।
यह अपनी तरह का बिल्कुल अलग और नया आर्ट है।
इस नुमाईश में कोफी, दीवानी म अलावा, कोफी मुशफ और जैसे खत सलत जैसे लिपियों में अरबी लिपि से सजाया गया है।
इराक के सुलेखक ने बताया कि जो भी लोग प्राचिन समय से आधुनिक समय तक अरबी लिपि के ऐतिहासिक विकास की कहानी जानना चाहते हैं वह लोग यह प्रदर्शनी ज़रूर देखें।
अरबी इतिहास को पूरी तरीके से समेट दिया गया है।
उन्होंने बताया कि अरबी लिपि अरब के लोगो का सबसे बड़ा आर्ट माना जाता है।
इसमें उनका कोई भी प्रतिद्वंद्वी नही है 16 सदी से ज़्यादा समय से अरबी लिपि बिना किसी रुकावट के फल फूल रही है।
इन प्रदर्शनी को 1500 वर्गमीटर के क्षेत्र में तैयार किया गया है।
अरब की लिपि के शिक्षकों का परिचय दिलाया गया है। 1700 साल पहले अरब में अरबी लिपि ने जन्म लिया था।