शाही फरमान पर अमल करते हुए उस्मानिया सुलेख के कुरान पाक को सऊदी नागरिकता दे दी गई है। वह मदीना मुनव्वरा में किंग फहद कंपलेक्स में कुरान से छपने वाले कुरान पाक की प्रतिलिपि है 10 बार से ज्यादा उस्मानी सुलेखों में कुरान शरीफ की किताब का सम्मान हासिल किया हुआ है।
सऊदी अरब की सबक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक शेख़ उस्मान अब्दा कुछ अलग और दुर्लभ अनुभव रखने वाले उन चंद शख्स में से एक जाने जाते हैं जिनहें हाल ही में सऊदी अरब की नागरिकता प्रदान की गई है।
देश के द्वारा इस्लामी उलूम साइंस नरेशन संस्कृत टेक्नोलॉजी और स्पोर्ट्स के क्षेत्रों में कुछ नेतृत्व और विभिन्न अनुभव रखने वाले शख्स को सऊदी अरब की नागरिकता देने का सिलसिला शुरू किया गया है।
उस्मान 1934 में सीरिया के जाने-माने शहर हलब में पैदा हुए थे। उनके पिता शेख अब्दा हुसैन इमाम अल खतीब थे। उस्मान अब्दा ने अरबी सुलेखों का हुनर अपने पिताजी से ही सीखा था जो कि इसमें बेहद माहिर थे।
शेख ने प्राइमरी मिडिल ओर 12वीं की परीक्षा हलब शहर के कॉलेज आल खुशरविया से की थी। उन्होंने उस जमाने में मोहम्मद अली मौलवी, मोहम्मद अल खतीब हुसैन हसनी अल तुर्की औऱ शेख अब्दा से कुरान के सुलेखो को सीखा था। आखिर में इब्राहीम अल राफाई ने जो कि हलब के मशहूर सुलेखक थे उन्हें अरबी के सुलेखो के हुनर की बारीकियों से रूबरू करवाया।