सऊदी अरब की तरफ से साल 2022 को “सऊदी कॉफी का साल करार देने के पहले इसके एक्सपो 2020 दुबई के पवेलियन में एक जानकारी अभियान की तरह फैल चुकी है।
सरकारी न्यूज़ एजेंसी एसपीए की रिपोर्ट के मुताबिक इस अभियान में देश की संस्कृति और इसकी लोक कहानियों के बुनियादी तत्वों में से एक को मनाने के महत्व पर जोर दिया गया था।
एक शॉर्ट फिल्म के जरिए से देश में कॉफी के विभिन्न प्रकार के फ्लेवर और जाएके के जरिए से इसके महत्व और इसकी हैसियत को बयान किया गया था। क्योंकि कॉफी के यह प्रकार देश के विभिन्न इलाकों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
सऊदी अरब दुनिया भर में सबसे ज्यादा कॉफी का इस्तेमाल करने वाले देश में से एक माना जाता है और फिलहाल अल खोलानी कॉफी में आत्मनिर्भरता हासिल करने के लिए और अपने अर्थव्यवस्था को बढ़ाने के लिए कोशिशों में लगे हुए हैं जिसका मकसद नॉन ऑयल जीडीपी को बढ़ाना है।
इस शार्ट फ़िल्म के ज़रिए से सऊदी अरब के समाज में कॉफी के विभिन्न ज़ायके के साथ इसकी एहमियत के बारे में प्रदर्शित किया गया है। क्योंकि हर प्रकार के देश के विभिन्न इलाकों का प्रतिनिधित्व करती है।
पवेलियन में आने वाले लोग देश के विभिन्न इलाकों में खेती की जाने वाली अलग-अलग तरह की कॉफी का मजा चख सकते हैं। पवेलियन के कमिश्नर जनरल हसीन हमबजा के मुताबिक पहले 3 महीनों में सऊदी पवेलियन में 20 लाख से ज्यादा लोग आए हैं।