हरम शरीफ के कस्टोडियन बादशाह सलमान बिन अब्दुल अजीज के द्वारा हाल ही में अनुभव और कुशलता रखने वाले लोगों को सऊदी अरब में नागरिकता देकर उन्हें सम्मान दिया गया है इनमें नजरान यूनिवर्सिटी में केमिस्ट्री के प्रोफेसर डॉ अहमद उम्र भी शामिल हुए हैं।
उन्होंने नागरिकता मिलने के बाद किंग सलमान और सऊदी के कॉन्फ्रेंस शहजादा मोहम्मद बिन सलमान का दिल से शुक्रिया अदा किया है।
सऊदी अरब के सबक वेबसाइट की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ उमर ने बताया कि सऊदी अरब की नागरिकता मिलना एक ऐसा सम्मान है जिस पर वह अपनी पूरी जिंदगी फ़ख़्र महसूस करेंगे। उन्होंने कहा कि वह पहले भी प्यारे देश सऊदी अरब से दिल से मोहब्बत करते थे
और उन्हें इससे लगाव था और अब उन्हें देश से और भी ज्यादा मोहब्बत हो गई है उन्होंने कहा कि वह इस देश के लिए हमेशा वफादार रहेंगे।
नजरान यूनिवर्सिटी के प्रमुख डॉ अब्दुल रहमान अल खज़ीरि ने डॉक्टर अहमद को शाही सम्मान मिलने पर उन्हें मुबारकबाद पेश की। उन्होंने सऊदी नागरिकता दिए जाने पर नेतृत्व का शुक्रिया अदा किया और ध्यान दिलाया कि आगे भी नजरान यूनिवर्सिटी में अपनी सेवाओं को इसी तरह से अंजाम देते रहेंगे
बता दें कि डॉक्टर अहमद उमर केमिस्ट्री में शोधकर्ता और किताब के लेखक भी हैं। जिनमें उनका एक शोध है “सेमी कंडक्टर नैनो टेक्नोलॉजी का इनसाइक्लोपीडिया” 7 पन्ने पर आधारित है।