सऊदी अरब के फाउंडेशन डे के मौके पर एक सऊदी आर्ट्स के द्वारा सोशल मीडिया पर “दी फाउंडिंग हेलोग्राफी” के नाम से आर्ट का काम पेश करके सबका ध्यान केंद्रित किया है।
अरब न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक यह टुकड़ा विभिन्न सऊदी सऊदी शहरों में पाए जाने वाले चट्टानों के लेखन और पुरातत्व से प्रभावित था।
अली शरीफ ने बताया कि सऊदी अरब अरब द्वीप में निर्माण होने वाले तहजीब गहवारा है और देश की सर जमीन खुदाई कासिदो की वसूली सुनना है जिन्होंने एक ऐसा विरासत छोड़ा है जिसकी बाज़गश्त इस दौर की जिंदगी से जुड़ी है।
उन्होंने यह भी बताया है कि यह विरासत ना तो चमड़े पर लिखी गई थी और ना ही कागज पर बल्कि से पत्थरों पर कुरेद कर लिखा गया था।
अली शरीफ ने बताया है कि मेरे दो फेवरेट काम है पहला पुरातत्व से मोहब्बत और दूसरा विभिन्न स्कूलों के कला से मोहब्बत उन्होंने बताया कि मैंने 123 से ज्यादा पेंटिंग और रॉक इंक्रिप्शन को 3 अलग अंदाज में किया है ताकि रॉक पेंटिंग के बाहर नुमाया हो।
उन्होंने बताया कि “दी फाउंडिंग हेलोग्राफ़ी” में देश के चट्टानों पर पाए जाने वाले किसानों का इस्तेमाल किया गया है जो कि अरब देश में रहने वाले तारीख से पहले की तहज़ीब के बारे में बताती है।
अल शरीफ ने बताया कि यह चट्टानें उन प्राचीन दौर का प्रतिनिधित्व करते हैं जिसमें प्राचीन अरब रहते थे और जिसके द्वारा संस्थापक किंग अब्दुल अजीज के व्यक्तित्व के संगठन में अहम किरदार अदा किया गया है।