खबरे मिली हैं कि इस साल अरफ़ात के मैदान से हज के लिए खास तौर से खुत्बा डॉक्टर शेख बन्दर बलीला के द्वारा बयान किया जाएगा।
सऊदी अरब में हरमैन शरीफेन के कस्टोडियन बादशाह सलमान बिन अब्दुल अजीज के द्वारा हज के खास खुत्बा पेश करने के लिए शेख डॉक्टर बन्दर बलीला की मन्ज़ूरी का ऐलान किया जा चुका है।
सऊदी अरब के मशहूर अल वतन अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक डॉ शेख बंदर बलीला को कई तरह के सम्मान प्राप्त है मस्जिद अल हराम मक्का मुकर्रमा के इमाम और उपदेशक हैं। इसके अलावा वह ताईफ़ यूनिवर्सिटी के सहयोग प्रोफ़ेसर और इस्लामिक क्षेत्र के विशेषज्ञ भी हैं।
बन्दर बलिला 1395 हिजरी के मुताबिक 1975 को मक्का में पैदा हुए थे प्रारंभिक शिक्षा से लेकर अंतिम तक शिक्षा के चरण उन्होंने मक्का में रहकर ही पूरे किए हैं।
उम्मुल क़ुरा यूनिवर्सिटी मक्का मुकर्रमा से b.a. की शिक्षा ग्रहण की इसके बाद उलूमे अल शिरया और इस्लामिक स्टडीज फैकेल्टी से एमफिल किया था। उन्होंने मदीना मुनव्वरा इस्लामी यूनिवर्सिटी से 1429 हिजरी में पीएचडी की डिग्री हासिल की थी।
डॉक्टर बन्दर बलीला की गिनती मशहूर लोगों में की जाती है, सऊदी अरब के प्रमुख उलेमा बोर्ड के सदस्य भी हैं।