सऊदी अरब के संस्कृत मंत्रालय के द्वारा सार्वजनिक निवेश फंड कंपनियों में से एक अल सौदा डेवलपमेंट कंपनी के साथ असीर के इलाके में अल सौदा प्रोजेक्ट के दायरा में पुरातत्व के सर्वे की योजना को लागू करने पर इत्तेफाक जाहीर किया गया है। इसका मकसद देश की तरक्की और ऐतिहासिक संस्कृति की हिफाज़त करना है।
सरकारी और प्राइवेट एजेंसियों के साथ अपनी भागीदारी को मजबूत करने के अलावा संस्कृति विरासत और पुरातत्व के स्थान और उनका प्रभावी तरीके से व्यवस्था करना है।
हेरिटेज अथॉरिटी और अल सौदा डेवलपमेंट कंपनी के बीच में ज्वाइंट वर्किंग प्रोग्राम देश के सभी इलाकों में विरासत और प्राचीन सामग्रियों से जुड़ी कोशिशों में सपोर्ट के फ्रेमवर्क का हिस्सा आता है।
अनुबंध पर अल सौदा डेवलपमेंट के सीईओ इंजीनियर हिसामुद्दीन अल मदनी के द्वारा और हेरिटेज अथॉरिटी के सीईओ इंजीनियर डॉ जासिर अल हरबश के द्वारा दस्तखत किया गया है।
आल सौदा डेवलपमेंट कंपनी सर्वे और पुरातत्व की खुदाई करने के लिए जरूरी फाइनेंसिंग औऱ लॉजिस्टिक सेवाओं को प्रदान करने के लिए भी जिम्मेदार हैं।
जो कि 180 दिन तक जारी रहने वाली है और लगातार चार चरणों में मुकम्मल होती रहेगी। जबकि हेरिटेज अथॉरिटी सर्वे और पुरातत्व का तकनीकी काम अंजाम दिया जाएगा।
इंजीनियर हिसामुद्दीन ने अपना बयान देते हुए कहा कि अल सौदा डेवलपमेंट कंपनी सभी उम्मीदों और कारोबार के सपोर्ट और उन को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है।
जिसका किरदार इलाके की अहमियत को उजागर करना है और 2030 तक सालाना 20 लाख़ जायरीन की योजनाओं का लक्ष्य हासिल करना है।