अफगानिस्तान पर तालिबान का कंट्रोल हो जाने के बाद महिलाओं को पुरुषों के साथ वाले आयोजनों से रोका जा रहा है। महिलाओं के लिबास पर पाबन्दी लगाई जा रही है उनको पर्दा करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। इसके बाद ट्विटर पर पारंपरिक अफगान का लिबास की तस्वीरों को लोगो के साथ सांझा किया है। और इसके साथ ही एक नई मुहिम चालू की है।
काबुल की एक ऐतिहासिक डॉक्टर की तरफ से अफगान महिलाओ के सांस्कृतिक लिबास से जुड़े हुए एक मुहिम जारी की गई है। वह भी एक ऐसे वक़्त में जबकि कुछ ही दिनों पहले काबुल यूनिवर्सिटी में काबुल की सैंकड़ों हिजाब वाली महिलाओं ने तालिबान की तरफ से नकारात्मक मामले पर अपनाई गई नितियों का सम्रथन में एक प्रोग्राम का आयोजन किया गया था।
उन्होंने ट्विटर मुहीम जारी की है जहाँ पर उन्होंने खुद को अफगानिस्तान की महिला के तौर पर पेश किया है। और उन्होंने बहुत सारी तस्वीरों को भी शेयर किया है। इन तस्वीरों में उन्होंने अफगानिस्तान के पारंपरिक लिबास को पहना हुआ है। इसके साथ ही उन्होंने अपने ट्वीट में दूसरे यूजर्स को भी जोड़ा है।
प्रारम्भिक ट्वीट पर प्रतिक्रिया देने वाली महिलाओं ने अपनी तस्वीरों को शेयर करते हुए। इनमें दिखाई देने वाले लिबास को पारंपरिक अफगानी लिबास को पेश किया है और पर्दा प्रथा को अफगान से जोड़ने से इनकार कर दिया है।