सऊदी अरब में हज और उमरा मंत्रालय के उप मंत्री डॉ अब्दुल फतह ने बातचीत करते हुए बताया कि सऊदी के हज और उमरा मंत्रालय के द्वारा इस हज सीजन में मंत्रालय के प्रारंभिक तैयारियां के एक हिस्से के तौर पर कई इस्लामिक देश के 15 प्रतिनिधिमंडल के साथ हज के विभिन्न अनुबंध पर दस्तखत किए हैं।
यह अनुबन्ध हज के आगमन को आसान बनाने की कोशिश का हिस्सा बताया जा रहा है। अनुबंध का मकसद यहां पर आने वाले लोगो को पेश की जाने वाली सेवाओं के मानक को ऊंचा करना और उनके धार्मिक और सांस्कृतिक अनुभव को बेहतर बनाना है। हज में बेहतर सुविधाएं प्रदान करने की कोशिश भी सऊदी विज़न 2030 के लक्ष्यों का हिस्सा है।
डॉक्टर ने हज एक्सपो को कांफ्रेंस के मौके पर बातचीत में बताया कि हस्ताक्षर किए गए अनुबंध में हर देश के लिए आवंटित कोटा उन देशों से हज के लिए आने वाले लोगों के लिए बंदरगाह और आने जाने के सूत्रों और हज मामलों को व्यवस्थित करने वाले बेहतरीन प्रक्रियाओं को शामिल किया गया है।
हज और उमरा उपमंत्री ने मिस्र, यूनाइटेड अरब अमीरात, चाड, घाना, कजाकिस्तान, हिंदुस्तान, अफगानिस्तान, थाईलैंड, श्रीलंका, दक्षिण अफ्रीका, कब्रिस्तान और तंजानिया के प्रतिनिधी मंडलों के साथ मुलाकात की है।
इस बैठक में हज से जुड़े मामलों से संबंधित विचार विमर्श किया गया। पूरी दुनिया भर से मक्का मुकर्रमा और मदीना मुनव्वरा में आने वाले लोगों के की सेवा के लिए व्यवस्थाओं और तैयारियों पर भी बातचीत की गई।