मिस्र में नील दरिया का रँग पीला पड़ने से यहां पर रहने वाले लोगों में काफी डर फैल गया है। मिस्र की वेबसाइट मिस्रावी की रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार के दिन पीने के पानी का अकेला ज़रिया नील नदी के रंग में परिवर्तन देखने को मिला है।
मिस्र के जल और कृषि मंत्री शेख मोहम्मद अब्दुल्ला ने यहाँ पर रहने वाले नागरिकों को नील नदी के पानी के रंग में परिवर्तन होने के कारण का विवरण देते हुए कहा है कि यह सैलाब के आने की वजह से हुआ है।
उन्होंने कहा है कि पिछले कई दिनों से मूसलाधार बारिश होती जा रही है। बारिश के होने की वजह से सैलाब के रेले नदी में छोड़े गए हैं। उन्होंने बताया है कि सैलाब के पानी में बड़ी मात्रा में मिट्टी और रेत शामिल हो जाती है।
जिसकी वजह से नदी का पानी मटमैला हो जाता है और यही हुआ भी है उन्होंने जोर देते हुए कहा है कि नदी के रंग में परिवर्तन की वजह से पानी की गुणवत्ता में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है।
नील नदी का पानी आज भी बहुत गुणवत्ता भरा है और पीने और कृषि करने के लिए बहुत ही उपयुक्त माना जाता है। उन्होंने कहा है कि आने वाले दो-तीन दिनों में नील नदी का पानी बिल्कुल पहले की तरह ही अपने असली स्थिति में वापस आ जाएगा। बस थोड़े से समय की जरूरत है और फिर सब कुछ पहले जैसा होगा