ट्यूनीशिया में इस्लामी जमाअत अल नेहदा के प्रमुख राशिद गनोशी के द्वारा खबरदार करते हुए कहा गया है
कि अगर पार्लियामेंट की बहाली सरकार बनाने और पार्लियामेंट में उनकी पार्टी के प्रतिनिधित्व पर समझौता नहीं हो सका तो जनता को सड़कों पर लाया जाएगा।
राशिद गनोशी जो कि ट्यूनीशिया के पार्लिमेंट के स्पीकर भी हैं के द्वारा दावा किया गया है
कि राष्ट्रपति कैस सईद ने पार्लिमेंट को ताला लगा दिया है और इसके दरवाजे पर टैंक खड़ा कर दिया है और बहुत कम भी अगर बोला जाए तो यह एक गंभीर गलती मानी जाएगी।
याद रहे कि पार्लिमेंट निलंबित करने, प्रधानमंत्री हसीन मुशीशी को हटाने, रक्षा मंत्री और न्याय मंत्री को हटाने के बाद
ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति ने ट्यूनीशिया के उच्च पदों पर नियुक्त अधिकारियों को बर्खास्त करने के लिए आदेश जारी कर दिए हैं।
अल नहदा के प्रमुख ने बताया कि शुरुआत में हमने जनता से अपील की थी कि बगावत के खिलाफ सभी प्रक्रियाएं शांतिपूर्ण ढंग से की जाए।
ट्यूनीशिया के राष्ट्रपति के विरोधियों को निलंबित करने को बगावत करार दिया गया है। राष्ट्रपति कैस के मुताबिक उनके द्वारा किए जाने वाले कार्य कानून के तहत बिल्कुल ही जायज हैं।
और यह रियासत के प्रमुख को आने वाले खतरे की स्थिति में असाधारण कदम उठाने की इजाज़त देता है।