इस्लाम धर्म के बारे में पश्चिम के देशों में हमेशा से ही गलत गलत बातें फैलाई गई है जिसकी वजह से पश्चिम देश के लोगों में इस्लाम धर्म को लेकर काफी नकारात्मक सोच रखी जाती है।
पश्चिम देशों में मुस्लिम धर्म से जुड़े हुए लोगों को हमेशा ही निशाना बनना पड़ा है .
आए दिन कुछ ना कुछ ऐसी घटनाएं देखी जाती हैं जिनसे मालूम चलता है कि पश्चिम देशों में मुस्लिम धर्म को लेकर क्या सोच रखी जाती है।
वहीं इन दिनों पश्चिम देशों से कई अच्छी खबरें भी सुनने को मिली हैं जो कि इस्लाम धर्म का प्रसार होने में मददगार साबित हो रहे हैं।
जब भी कोई गैर मज़हबी या दूसरे धर्म का व्यक्ति इस्लाम धर्म के बारे में पूरी गहराई के साथ रिसर्च करने में जुट जाता है और इस्लाम धर्म से जुड़े कई सारे पहलुओं को जान लेता है तब उसे इस्लाम धर्म की असली हकीकत के बारे में मालूम पड़ता है
वह वास्तविकता से रूबरू हो जाता है और इस्लाम धर्म उसे अति प्रिय हो जाता है ऐसे में संबंधित व्यक्ति इस्लाम धर्म को कुबूल किये बगैर नहीं रह पाता है
ऐसा ही कुछ ब्रिटेन के एक पीर शाकिब शामी के लेक्चर के दौरान हुआ था।
हम ऐसी कई कहानियां सुनते हैं जिसमें लोग इस्लाम धर्म कबूल कर लेते हैं सुनने वालों को कभी कभी उसमें वास्तविकता नजर नहीं भी आती है लेकिन यह कहानियां नहीं शत प्रतिशत सच्चाई होती है।
शनिवार के दिन पीर साकिब शामी मामूल के मुताबिक अपना साप्ताहिक लेक्चर इस्लाम पर दे रहे थे इस दौरान वहां पर मौजूद मैथ्यू पीर साहब के द्वारा दिए गए
लेक्चर को सुनकर और इस्लाम के सौंदर्य सच्चाई और प्रेम की अहमियत को जानने के बाद इतना ज्यादा प्रभावित हो गया कि लेक्चर सुनने के बाद वह शेख साहब से मिला और उसके मन में जितने सवाल थे उसका जवाब पीर साहब से मांगा।
पीर साहब से मिलने के बाद और अपने सवालों के जवाब सुनने के बाद वह पूरी तरह संतुष्ट हो गया और उसने इस्लाम कबूल करने का फैसला कर लिया उसने पीर साहब से कहकर खुद को मुसलमान कर लिया।