अगर आप भी अपने परिवार के साथ मध्य प्रदेश में घूमने गए है या दोस्तों के साथ किसी काम से और आपकी गाडी भी टोल पर लम्बी लाइन में फस जाती है और समय बहुत खराब होता था तो बता दे की अब ऐसा नहीं होगा इसका समाधान राज्य सरकार ने निकल दिया है और प्राइवेट वाहन मालिकों के ;लिए नए नियम लग कर दिए है
आपको बताते चलें कि टोल टैक्सी से नियमों में प्रावधान से समस्या से छुटकारा मिलेगी ही और निजी वाहन मालिकों के चेहरे भी खिल उठेंगे।
क्या होगा नियम?
सरकार द्वारा बताया गया है की अब निजी वाहन मालिकों से टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा। मौजूदा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सरकार के द्वारा लिए गए इस फैसले से निजी वाहन मालिकों को काफी राहत मिलेगी।
कौन से रोड को किया गया है शामिल? जाने
State Road Development Corporation के अंदर आने वाले सभी नए और पुरानी सड़कों को इस नियम के अंतर्गत रखा जायेगा। यानी कि इन सड़कों पर अब निजी वाहन मालिकों की टोल टैक्स नहीं देना होगा।
राज्य के Principal Secretary of the State Transport, Neeraj Mandloi ने स्पस्ट रूप से बताया था कि इस इस नए नियम के प्रस्ताव को अंतिम मंजूरी के लिए कैबिनेट के पास भेज दिया गया है।
निजी वाहन मालिकों का टोल टैक्स नहीं भरने से कैसे होगा फायदा?
Public Works Department के द्वारा राज्य के करीब 200 सड़कों का सर्वे किया गया था। इस सर्वे में यह बात सामने आई कि 80 फीसदी टोल टैक्स कमर्शियल वाहनों और बाकी 20% निजी वाहनों से इक्कठा की जाती है। या फैसला सरकार ने एक सर्वे के आधार पर लिया है
बड़ी संख्या में निजी वाहन ट्रैफिक जाम का कारण बनती है। इसलिए इनसे अब टोल टैक्स नहीं वसूला जाएगा। मध्य प्रदेश में अब से केवल कमर्शियल वाहनों को ही टोल टैक्स देना होगा। इसके अलावा यह भी जान लें कि जीपीएस आधारित टोल कलेक्शन सिस्टम पर भी काम किया जा रहा है